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कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (EPS-95) को लेकर पेंशनभोगियों की मांगें लगातार जोर पकड़ रही हैं। न्यूनतम पेंशन और हायर पेंशन को लेकर कई संगठन और व्यक्तिगत रूप से पेंशनर्स अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। इस संदर्भ में, EPFO (कर्मचारी भविष्य निधि संगठन) से सीधे जवाब आने के बाद, इस मुद्दे पर नई चर्चा शुरू हो गई है।
उदयपुर RPFC कार्यालय में पेंशनभोगियों की चर्चा
चित्रकूट नगर, उदयपुर स्थित RPFC कार्यालय में क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त से पेंशनभोगी रंजीत सिंह ने न्यूनतम पेंशन बढ़ाने और हायर पेंशन भुगतान में हो रही देरी पर विस्तृत चर्चा की। यह मैराथन बैठक लगभग पौने दो घंटे चली, जिसमें हर मुद्दे को गहराई से समझने का प्रयास किया गया।
मुख्य मुद्दे:
- दैनिक क्रियाकलाप में बाधाएं: कार्यालय में स्टाफ की कमी और कामकाज में तकनीकी अड़चनें।
- सीलिंग सीमा: HZL जैसे संस्थानों में भविष्य निधि पर ₹15,000 की सीलिंग से संबंधित समस्याएं।
- नीतिगत समाधान: मुख्यालय द्वारा तकनीकी समस्याओं का निराकरण न होने से स्थानीय कार्यालय कार्रवाई में असमर्थ है।
EPS-95 हायर पेंशन और न्यूनतम पेंशन पर EPFO का रुख:
पेंशनभोगियों ने बताया कि जब तक मुख्यालय इन नीतिगत समस्याओं का समाधान नहीं करता, तब तक स्थानीय कार्यालय किसी भी प्रकार की कार्यवाही करने में सक्षम नहीं है। इस समस्या का समाधान सीधे नई दिल्ली स्थित पीएफ मुख्यालय और संबंधित कंपनियों/संस्थानों के पीएफ ट्रस्ट के माध्यम से किया जाएगा।
RPFC द्वारा पेंशनभोगियों को उत्तर:
RPFC उदयपुर ने हर सवाल का जवाब नियम-कानून के दायरे में दिया और स्पष्ट किया कि उच्चाधिकारियों से दिल्ली में संपर्क करना जरूरी होगा। अब पेंशनभोगी अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए मुख्यालय और संबंधित विभागों तक पहुंचने की योजना बना रहे हैं